धनतेरस 2025: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और निवेश का सही समय
धनतेरस हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो दीपावली (Diwali) की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। यह दिन धन, समृद्धि, स्वास्थ्य और सौभाग्य के स्वागत का प्रतीक होता है। वर्ष 2025 में धनतेरस 18 या 19 अक्टूबर (रविवार) को मनाई जाएगी। इस दिन लोग भगवान धनवंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा करते हैं और शुभ समय में सोना, चांदी या बर्तन खरीदना अत्यंत मंगलकारी माना जाता है।
धनतेरस 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
धनतेरस की तिथि: 19 अक्टूबर 2025, रविवार
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 18 अक्टूबर 2025 को रात्रि 10:20 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 19 अक्टूबर 2025 को रात्रि 08:35 बजे
पूजन मुहूर्त (लक्ष्मी पूजन): शाम 6:55 बजे से 8:20 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से 12:45 बजे तक
धनतेरस का धार्मिक महत्व
धनतेरस का सीधा संबंध धन और आरोग्य से है। इस दिन भगवान धनवंतरि का जन्म हुआ था, जो आयुर्वेद और चिकित्सा के देवता माने जाते हैं। इसलिए यह दिन स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
इसके अलावा, देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा से घर में धन-धान्य और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। यह दिन व्यापारियों और निवेशकों के लिए भी अत्यंत शुभ होता है।
धनतेरस पर क्या खरीदें
सोना , चांदी , इलेक्ट्रानिक्स समान , झाड़ू , बर्तन , दीपक और पूजा सामग्री | धनतेरस पर की गई खरीदारी शुभता और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं घर में मां लक्ष्मी का आगमन कराती हैं।
धनतेरस की पौराणिक कथा
कहा जाता है कि एक बार राजा हेमराज के पुत्र की मृत्यु सर्पदंश से होने वाली थी। ज्योतिषियों ने बताया कि जिस दिन उसका विवाह होगा, उसी दिन उसकी मृत्यु तय है।
राजकुमारी की बुद्धिमानी से उसने विवाह के दिन घर के दरवाजे पर दीपक जलाए, सोने-चांदी के आभूषणों का ढेर लगाया और चारों ओर रोशनी फैला दी।
जब यमराज सर्प का रूप लेकर वहां पहुंचे, तो दीपों की रोशनी और सोने की चमक से उनकी आंखें चौंधिया गईं और वे बिना नुकसान पहुंचाए लौट गए।
तभी से यह दिन “यम दीपदान” के रूप में भी मनाया जाने लगा और इसे धनतेरस कहा गया — यानी धन (संपत्ति) और तेरस (त्रयोदशी)।
धनतेरस पूजा की विधि
घर की सफाई करे , दीप जलाए , भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करे , लक्ष्मी कुबेर का पूजन , ॐ धनवंतरये नमः और घर मे परिवार के साथ आरती पूजन करे |
धनतेरस और निवेश का महत्व
धनतेरस केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन निवेश करना शुभ और लाभदायक माना जाता है।
निवेश मे लोकप्रिय विकल्प जैसे ( गोल्ड , सिल्वर , म्यूचूअल फंड , प्रॉपर्टी ) आदि मे निवेश करे |
धनतेरस पर क्या न करें
लोहे और स्टील की वस्तु नहीं खरीदे , किसी से उधार नहीं ले , घर मे झगड़ा और नकारात्मक बातचीत नहीं करे , शाम के समय घर को अंधेरा नहीं रखे |
धनतेरस 2025: खुशहाली का संदेश
धनतेरस हमें यह सिखाता है कि धन तभी शुभ होता है जब उसमें श्रद्धा, परिश्रम और नैतिकता का समावेश हो।
यह दिन केवल भौतिक संपत्ति का नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, संतोष और सद्भाव का प्रतीक है।
भगवान धनवंतरि का आशीर्वाद हमें निरोगी जीवन दे और मां लक्ष्मी हमारे घर को समृद्धि से भर दें — यही धनतेरस का वास्तविक अर्थ है।
धनतेरस पर करने योग्य शुभ काम
दीप जलाकर यमराज की आराधना करे , शाम के समय माता लक्ष्मी का पूजन करे , गरीब और जरूरतमंदों को दान दे , घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाए , नए खाते बही का शुरुआत कर सकते हैं |
भारतीय संस्कृति मे धनतेरस का महत्व
धनतेरस 2025 का पर्व भारतीय संस्कृति में संपत्ति, स्वास्थ्य और सौभाग्य का उत्सव है। इस दिन सही पूजा विधि और शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से जीवन में सकारात्मकता आती है।
आप भी इस धनतेरस पर अपने घर में दीप जलाएं, लक्ष्मी-कुबेर का आह्वान करें और नई शुरुआत करें।
आपके जीवन में धन, स्वास्थ्य और सफलता का प्रकाश सदा बना रहे — यही शुभकामना है।
धनतेरस देता हैं हमे खुशहाली का संदेश
धनतेरस हमें यह सिखाता है कि धन तभी शुभ होता है जब उसमें श्रद्धा, परिश्रम और नैतिकता का समावेश हो।
यह दिन केवल भौतिक संपत्ति का नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, संतोष और सद्भाव का प्रतीक है।
भगवान धनवंतरि का आशीर्वाद हमें निरोगी जीवन दे और मां लक्ष्मी हमारे घर को समृद्धि से भर दें — यही धनतेरस का वास्तविक अर्थ है।
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