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खरीदारी के मामले मे धनतेरस 2025 बनी रिकार्ड ब्रेकिंग

इस धनतेरस गाड़ियों , इलेक्ट्रानिक्स और ज्वेलरी की हुई जबरदस्त बिक्री , जीएसटी कटौती से इस धनतेरस बिक्री मे जबरदस्त उछाल देखने को मिला

धनतेरस 2025 मे इस बार जीएसटी कटौती से गाड़ियों , इलेक्ट्रानिक्स और ज्वेलरी की बिक्री मे जबरदस्त उछाल देखने को मिला | इस बार भारत के एतिहासिक साबित हुई हैं | इस बार चाहे वो कार हो , इलेक्ट्रॉनिक सामान हो या हो फिर सोना-चांदी सबके खरीदारी मे जबरदस्त उछाल देखने को मिला हैं |
सबसे अधिक ऑटोमोबाईल सेक्टर मे बिक्री हुई हैं जिसका मुख्य कारण हैं – अर्थव्यवस्था मे आई स्थिरता , जीएसटी मे कटौती और उपभोक्ता मे उत्साह |

ऑटोमोबाईल सेक्टर मे आई जबरदस्त उछाल

इस बार का धनतेरस पिछले साल के धनतेरस से बहुत खास रहा बिक्री के मामले मे जहा भारतीय ऑटोमोबाईल के बहुत सारी कंपनीयो ( Hundai , Tata Motors , Mahindra , Toyata , Maruti Suzuki , Honda ) का मानना हैं की पिछले साल के मुकाबले इस साल बिक्री मे 25 से 30 % की वृद्धि हुई हैं जो ऑटोमोबाईल सेक्टर मे एक नई क्रांति लेकर आया हैं |

खरीदारी के मामले मे इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर भी नहीं रहा पीछे

इस धनतेरस 2025 मे केवल गाड़ियों की ही नहीं बल्कि इलेक्ट्रानिक्स आइटम्स की बिक्री मे भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला हैं | कंपनीयो ने ग्राहकों को लुभाने के लिए भी ” नो कोस्ट EMI ” और ” एक्सचेंज ऑफर ” जैसी स्कीमों का बड़ा असर देखने को मिला हैं | चाहे Led टीवी हो या हो कोई भी घरेलू उपकरण ( एसी , वाशिंग मशीन ) इनकी खरीदारी की भारी मांग रही हैं |

सोना-चांदी भी नहीं रहा पीछे बिक्री के मामले मे

इस धनतेरस सोना-चांदी के बिक्री मे भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला हैं | जहा पिछले साल से ही सोना-चांदी मे हर दिन उछाल देखने को मिल हैं और रिकार्ड ब्रेकिंग इनका कीमत मे उछाल देखने को मिल रहा है फिर भी इस धनतेरस को सोने की बिक्री मे 35 % और चांदी के बिक्री मे 50 % की वृद्धि देखने को मिली हैं |
भारत मे धनतेरस को धन की देवी लक्ष्मी माता जी को पूजा का प्रतीक माना जाता हैं , और इस दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता हैं |
इस साल 2025 मे सोने-चांदी कीर बिक्री मे पिछले 5 साल का रिकार्ड भी तोड़ दिया हैं |

जीएसटी कटौती से भी बाजार पर पड़ा एक बड़ा असर

बीते महीने भारत सरकार ने जीएसटी की दरे काम कर दी जिसके चलते ऑटोमोबाईल , इलेक्ट्रानिक्स और ज्वेलरी बिक्री मे भारी उछाल देखने को मिला हैं | इन नीतिगत सुधारों ने न केवल मांग को बढ़ाया बल्कि उद्योगों को भी प्रोत्साहन दिया | इससे रोजगार और उत्पादन दोनों मे सकरात्मक वृद्धि देखी जा रही हैं |
कुछ इलेक्ट्रानिक्स उपकरण पर जीएसटी रेट को 28 % से घटाकर 18% तक किया गया |
छोटे ज्वेलरी कारोबारी और छोटे retailers को टैक्स क्रेडिट से राहत मिली हैं |

आर्थिक दृष्टि से धनतेरस 2025 का महत्व

इस साल कीर बिक्री के आकडे बताते हैं की भारतीय बाजार अब केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रहा हैं , बल्कि अब ये tier-2 और tier-3 शहरों मे भी उपभोग शक्ति को बढ़ाया हैं |
भारतीय रीटेल सेक्टर मे इस साल का कुल कारोबार धनतेरस के दिन 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रहा हैं | इससे अब पता चलता हैं की भारतीय उपभोक्ता खर्च करने मे भी आत्मविश्वास महसूस कर रहे हैं और यह एक अच्छी संकेत हैं भारतीय अर्थव्यवस्था मे जीडीपी ग्रोथ के लिए जो आगामी कॉर्टर मे आपको देखने को मिल सकता हैं |

निष्कर्ष

धनतेरस 2025 ने यह साबित कर दिया कि भारत की अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता भरोसा फिर से लौट आया है। ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ज्वेलरी जैसे सेक्टरों ने रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन किया है।
सरकारी नीतियाँ, टैक्स रियायतें और डिजिटल खरीदारी के बढ़ते चलन ने इस त्योहारी सीज़न को ऐतिहासिक बना दिया।

इस साल का धनतेरस 2025 एक भारतीय उत्सव ही नहीं बल्कि भारत की आर्थिक मजबूती और उपभोक्ता विश्वास का उत्सव बन गया हैं |

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